Vikas Dubey Encounter:कानपुर के बिकरू गांव में सीओ सहित आठ पुलिस वालो की हत्या करने वाले पांच लाख का इनामी एनकाउंटर में ढेर हो गया। एसटीऍफ़ (STF)की गाड़ी उसे कानपुर ला रही थी। इस दौरान गाड़ी पलट गयी। उसने हत्यार छीन कर भागने की कोसिश की।
जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया है। विकास के एनकाउंटर के बाद सत्ता मे बैठे लोग इसे सही बता रहे है और विपक्ष इसे सोच समझ कर किया गया एनकाउंटर बता रही है।

कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल विकास दुबे का खेल आखिर खत्म हो गया।यूपी एसटीएफ की मुठभेड़ की कहानी पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। मुठभेड़ के दावे पर बड़ा सवाल तो यह है कि किन परिस्थितियों में एसटीएफ ने शातिर विकास के हाथ खुले छोड़ रखे थे।
आखिर क्यों उज्जैन में विकास को कोर्ट में पेश कर उसे ट्रांजिट रिमांड पर नहीं लिया गया और मध्य प्रदेश पुलिस ने अपने स्तर से लिखापढ़ी कर उसे सीधे यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया।

एनकाउंटर पर कई सवाल उठ रहे है जैसे
- क्यों बदली जीप : दावा किया जा रहा है कि विकास को उज्जैन से लाए जाने के दौरान झांसी स्थित टोल प्लाजा पर सफारी गाड़ी में सवार देखा गया था, जबकि घटनास्थल पर टीयूवी 300 गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, जिस पर विकास को सवार बताया गया। सवाल है कि कानपुर के पास पहुंचने पर विकास की गाड़ी क्यों बदली गई।
- क्यों रोके मीडिया के वाहन : एसटीएफ के वाहनों के पीछे चल रहे मीडिया कर्मियों के वाहनों को घटनास्थल से करीब दो किलोमीटर पहले ही रोक दिए जाने को लेकर भी सवाल खड़ा हो रहा है।
- कैसे छीन ली निरीक्षक की पिस्टल : सवाल यह भी है कि जिस दुर्घटना में पुलिसकर्मी घायल हो गए, उसी हादसे में विकास अचानक घायल इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी की पिस्टल छीनने और पलटे वाहन से निकलकर भागने में कैसे कामयाब रहा। असलहों से लैस पुलिसकर्मी उसे रोक भी नहीं सके।
- तेज रफ्तार में पलटी जीत, पर नहीं पड़े निशान : पुलिस के वाहनों की रफ्तार करीब 80 किलोमीटर प्रति घंटे की थी। इतनी रफ्तार में जब जीप पलटी तो दूर तक रगड़ती गई होगी, लेकिन मौके पर जीप के रगड़ने के निशान क्यों नहीं पाए गए।
- …तो फिर क्यों खुद निहत्था आया था सामने : विकास उज्जैन में निहत्था सामने आया था और उसने खुद ही अपनी पहचान उजागर की थी। फिर एसटीएफ की हिरासत से उसने आखिर भागने का कदम क्यों उठाया|

ऐसे ही कई सवाल उठ रहे है vikas dubey Encounter पर ,अभी भी ऐसे कई बाते है जिनके राज सामने आने की वारी है ,लेकिन फिलहाल एनकाउंटर की वजह से कोई पूछताछ नहीं हुए जिससे कई राज भी दफ़न हो गए है।
गौतलब है की पुलिस इस मामले पर पूरी ईमानदारी के साथ छानबीन करेगी और पता लगाएगी क्या अपराधी सिर्फ विकास दुबे था। या फिर उसके पीछे भी किसी आका का हाथ है। जो विकास को मोहरा बनाकर इस्तेमाल कर रहा था।