Khaskhabar/तालिबान ने एक विशेष आत्मघाती बटालियन गठित किया है, जिसे अफगानिस्तान की सीमा, खासकर बदाखशान प्रांत में तैनात किया जाएगा। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बदाखशान प्रांत के डिप्टी गवर्नर मुल्ला नसीर अहम अहमदी ने मीडिया को आत्मघाती हमलावरों की विशेष बटालियन के बारे में जानकारी दी। बदाखशान की सीमा ताजिकिस्तान व चीन से लगती है।

बटालियन का नाम लश्कर ए मंसूरी उर्फ मंसूरी आर्मी रखा गया
अहमदी ने बताया कि इस बटालियन का नाम लश्कर ए मंसूरी उर्फ मंसूरी आर्मी रखा गया है। इसे सीमा पर तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह दस्ता पूर्ववर्ती अफगानिस्तान के सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमले करेगा।
लश्कर ए मंसूरी के अलावा बादरी 313 बटालियन भी गठित
खामा प्रेस के अनुसार अहमदी ने कहा, ‘इस दस्ते के बिना अमेरिका की हार संभव नहीं थी। ये हमलावर विभिन्न प्रकार के हमले में दक्ष हैं। हमलावर अफगानिस्तान में स्थित अमेरिकी बेस को निशाना बनाएंगे।’ उन्होंने कहा कि लश्कर ए मंसूरी के अलावा बादरी 313 बटालियन भी गठित हुई है, जिसके लड़ाके अत्याधुनिक हथियार चलाने में दक्ष हैं और फिलहाल काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर तैनात हैं। इस बटालियन में भी आत्मघाती हमलावर तैनात किए गए हैं।
यह भी पढ़े —IMD के अनुसार गंभीर चक्रवाती तूफान ‘शाहीन’ ईरान के चाबहार बंदरगाह से करीब 325 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में
विभिन्न आतंकवादी समूह अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए अफगानिस्तान
यह घोषणा ऐसे समय में महत्वपूर्ण है, जब तालिबान और ताजिकिस्तान खुले तौर पर एक दूसरे से लड़ाई में उलझे हुए हैं क्योंकि ताजिकिस्तान अफगानिस्तान सरकार में जातीय ताजिकों के अधिक प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा को अपने संबोधन में ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन ने कहा कि विभिन्न आतंकवादी समूह अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए अफगानिस्तान में अस्थिर सैन्य-राजनीतिक स्थिति का सक्रिय रूप से उपयोग कर रहे हैं। हम गंभीर रूप से चिंतित हैं और खेद है कि अफगानिस्तान एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का मंच बनने की राह पर है।