Study Survey:सरकार द्वारा बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसलिए टीवी पर ही पढ़ाई शुरू करा गयी थी ।लेकिन ,अब घर-घर में ऐसे छात्रों की खोजबीन हो रही है, जिनके यहां टीवी नहीं है।घर-घर पहुंच सर्वे टीम मोअय्यना कर रही है। जहा एक तरफ कोरोना की वजह से जब लोगों की आदते बदली है, वहीं काम करने के तरीकों में भी बदलाव आ रहा है। सरकारी दफ्तरों में काम करने से लेकर स्कूलों में पढ़ाई तक का चलन बदला है।
जिस तरह से मामले बढ़ रहे है यह देखते हुए सरकार को यकीन हो गया है की अभी स्तिथि जल्दी ठीक होने वाली नहीं है। जिसको मद्देनज़र रखते हुए सरकार द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है। डीआइओएस की ओर से सभी प्रधानाचार्यो को इसके लिए आदेशित कर दिया है।
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों की पढ़ाई दूरदर्शन के चैनल स्वयंप्रभा पर शुरू कराई, वहीं अब कक्षा नौ और 11वीं कक्षा की पढ़ाई की भी तैयारी शुरू करा दी है। वैसे सूबे की सरकार कक्षा छह से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं टीवी पर ही चलाने पूरी तैयारी कर रही है। इसके लिए सभी जिलों में घर-घर टीवी की उपलब्धता का सर्वे कराया जा रहा है।

यह भी पढ़े-Coronavirus Vaccine: सिर्फ 6 महीने दूर ,कोरोना वायरस की सुरक्षित और कारगर वैक्सीन!
प्रधानाचार्य रामनिवास ने सर्वे का जिम्मा लिया
इसके लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से डीआईओएस कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। आदेश के बाद प्रभारी डीआईओएस अंतरिक्षक कुमार ने जिले के 142 स्कूलों के प्रधानाचार्यो को कार्रवाई के लिए निर्देशित कर दिया गया है। बताया कि आदेश के बाद से आधा दर्जन स्कूलों के प्रधानाचार्य घर-घर में टीवी की उपलब्धता का Study Survey शुरू कर दिया है।
कुछ डोर-टू-डोर जा रहे है तो कोई फोन पर बच्चों से बात कर रहे है।राजकीय हाईस्कूल अहेड़ा के प्रधानाचार्य रामनिवास ने सर्वे का जिम्मा खुद लिया। गुरुवार से अभियान की शुरुआत की। पहले दिन सौ से अधिक घरों का सर्वे किया। यहां उन्हें अधिकांश घरों में टीवी मिला।अभी तो कक्षा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई चल रही है। जल्द सभी कक्षाएं टीवी पर संचालित होगी।