श्रीलंकाई नौसेना के साथ-साथ कंडाकुझी मछुआरा समुदाय के लोगों ने व्हेल मछलियों को गहरे पानी में पहुंचाने के लिए घंटों की मशक्कत की. इसके लिए उन्हें व्हेल को गहरे समुद्र में वापस ले जाने के लिए यंत्रीकृत नावों का उपयोग करना पड़ा. वहीं श्रीलंका के मत्स्य विभाग भी मृत व्हेलों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.

नौसेना कर्मियों को इसके लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी
श्रीलंका के पुट्टलम में समुद्र तट पर तीन व्हेल मछलियां मृत पाई गईं. जिसकी सूचना मछुआरों ने नौसेना को दी. जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए नौसेना ने तट पर फंसी 11 और पायलट व्हेल को वापस गहरे पानी तक पहुंचाया, जिससे उनकी जान बच सकी. हालांकि इस दौरान नौसेना कर्मियों को इसके लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
व्हेल को गहरे समुद्र में वापस ले जाने के लिए यंत्रीकृत नावों का उपयोग करना पड़ा
जानकारी के मुताबिक श्रीलंकाई नौसेना के साथ-साथ कंडाकुझी मछुआरा समुदाय के लोगों ने व्हेल मछलियों को गहरे पानी में पहुंचाने के लिए घंटों की मशक्कत की. इसके लिए उन्हें व्हेल को गहरे समुद्र में वापस ले जाने के लिए यंत्रीकृत नावों का उपयोग करना पड़ा. वहीं श्रीलंका के मत्स्य विभाग भी मृत व्हेलों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
2020 में भी श्रीलंका के एक समुद्र तट पर १०० से अधिक व्हेल फंस गई थीं
समुद्री जीवविज्ञानी दावा करते हैं कि पायलट व्हेल अक्सर समुद्र तटों पर फंस जाती हैं, क्योंकि वे बड़ी संख्या में एक साथ गुट बनाकर तैरती हैं और यही कारण है कि कई बार बड़ी संख्या में पायलट व्हेल के तट पर फंसने की खबरें आती हैं. ये मछली 20 फीट तक लंबी होती है. 2020 में भी श्रीलंका के एक समुद्र तट पर १०० से अधिक व्हेल फंस गई थीं, जिनमें से 3 तीन मौत हुई थी, जबकि अन्य को वापस गहरे पानी तक पहुंचा दिया गया था.
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पिछले साल न्यूजीलैंड में मृत मिली थीं 477 व्हेल
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर महीने में न्यूजीलैंड के मुख्य इलाके से करीब 800 किलोमीटर पूर्व में स्थित चैथम आइलैंड्स (Chatham Islands) पर 477 व्हेल मछलियां मृत मिली थीं. ये सभी मछलियां तट पर मिली थीं. जानकारों की मानें तो व्हेल मछलियां खाने की तलाश में जमीन के किनारे ही तैरती रहती हैं. ताकि जल्दी से खाना लेकर पानी में जा सकें. लेकिन खाना तलाशने के लिए इन्हें गहरे पानी से छिछले पानी की तरफ आना पड़ता है. ऐसे में ये समुद्र तट पर फंस जाती हैं और इसके चलते मारी जाती हैं.
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