Khaskhabar/चीन के वित्तीय केंद्र शंघाई में कोरोना की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। शुक्रवार को 12 और कोरोना पीडि़तों की मौत हो गई। अप्रैल के शुरू से लागू कड़े लाकडाउन और कठोर आनलाइन सेंसरशिप से शहर के निवासियों में नाराजगी बढ़ गई है। यह शहर देश में अभी तक के सबसे बड़े कोरोना संक्रमण का सामना कर रहा है।

इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोग रात भर आनलाइन प्रतिबंधों के खिलाफ संघर्ष करते रहे
एक दिन पहले गुरुवार को शंघाई में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हुई थी।इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोग रात भर आनलाइन प्रतिबंधों के खिलाफ संघर्ष करते रहे। छह मिनट के वीडियो में निवासियों ने भोजन और दवा की कमी की शिकायत की। शनिवार को वीडियो के सभी सीधे संदर्भ हटा लिए गए, फिर भी सेंसरशिप की आलोचना करने वाली कुछ टिप्पणियां रह गई।
कठिन समय सामने आया तो हम पहरा और कड़ा करेंगे
स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि जब तक नए मामले मिलते रहेंगे तबतक कोई छूट नहीं दी जाएगी।शंघाई के मेयर गोंग झेंग ने कहा कि और कठिन समय सामने आया तो हम पहरा और कड़ा करेंगे। क्वारंटाइन क्षेत्र से बाहर शुक्रवार को 218 मामले मिले। इससे एक दिन पहले 250 मामले मिले थे। शहर में 20,634 नए स्थानीय लक्षण हीन संक्रमण पाए गए हैं।
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स्कूल के 10 विद्यार्थियों के जांच में पाजिटिव पाए जाने के बाद चीन की राजधानी में सतर्कता बरती जा रही
कुल लक्षण वाले मामलों की संख्या 21 अप्रैल को 2736 तक पहुंच गई है।एपी के मुताबिक, बीजिंग में शुक्रवार को मिडिल स्कूल के 10 विद्यार्थियों के जांच में पाजिटिव पाए जाने के बाद चीन की राजधानी में सतर्कता बरती जा रही है। शहर के अधिकारियों ने कहा कि यह जांच का प्रारंभिक चरण है। अधिकारियों ने एक सप्ताह के लिए स्कूल की कक्षाएं निलंबित कर दी हैं। शुक्रवार को बीजिंग में चार और मामलों की पुष्टि हुई।
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