Khaskhabar/आंध्र प्रदेश में एक रहस्यमय बीमारी ने सनसनी मचा दी है। आंध्र प्रदेश के एलुरू में फैल रही एक रहस्यमय बीमारी से रविवार को एक व्यक्ति की जान चली गई और करीब 292 लोग बीमार पड़ गए। एलुरू कस्बे के विभिन्न हिस्सों में रह रहे लोगों को मिर्गी या बेहोशी जैसे लक्षणों के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।पश्चिम गोदावरी जिले में चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि 140 से अधिक रोगी उपचार के बाद अस्पतालों से घर जा चुके हैं। वहीं अन्य लोगों की हालत स्थिर है।अभी तक पता नहीं चल सका है कि बीमारी किस वजह से फैली है, जिसमें लोग अचानक से चक्कर आने के बाद बेहोश हो रहे हैं।

विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल में 45 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिन्हें चक्कर आने और दौरे पड़ने के लक्षणों के बाद रविवार सुबह भर्ती कराया गया था। अधिकतर लोग कुछ ही मिनट में सही हो गए, लेकिन कम से कम सात लोगों को रविवार को बेहतर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मुख्यमंत्री जाएंगे दौरे पर
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी भी सोमवार को इलुरु जाएंगे। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री ए. कृष्ण श्रीनिवास ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है तथा सभी को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
विशेषज्ञों की टीम भेजी
एलुरू के सरकारी अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. मोहन ने बताया कि इलाके में बीमार पड़ने वालों की संख्या बढ़ रही है। समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, हालात को देखते हुए रविवार को स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक टीम वहां भेजी गई है। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी भी सोमवार को इलुरु जाएंगे। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री ए. कृष्ण श्रीनिवास ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है तथा सभी को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
रहस्यमय बीमारी:घर घर किया जा रहा सर्वे
बीमारों में 46 बच्चे तथा 76 महिलाएं भी शामिल हैं जबकि 70 लोगों की हालत स्थिर होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। पांच लोगों को बेहतर इलाज के लिए विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। कुछ लोगों का निजी अस्पतालों में भी इलाज चल रहा है। सरकारी अस्पताल का दौरा करने के बाद श्रीनिवास ने बताया कि लोगों को चक्कर आने तथा मिर्गी जैसे लक्षणों के बाद अस्पताल लाया गया। लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए घर-घर सर्वे किया जा रहा है।
अभी तक कारण का पता नहीं
मंत्री ने बताया कि पानी का सैंपल जांच के लिए भेजा गया और उसके प्रदूषित होने की रिपोर्ट नहीं है। खून के नमूने भी भेजे गए हैं और कोई वायरल संक्रमण नहीं पाया गया है। सभी पीडि़तों की कोरोना जांच भी निगेटिव आई है। बीमार लोग अचानक बेहोश हुए और उनके मुंह से झाग आने के साथ शरीर कांपने लगा। पीडि़त न तो आपस में रिश्तेदार हैं और न ही किसी एक कार्यक्रम में हिस्सा बने थे। डॉक्टर बीमारी का कारण पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
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