Khaskhabar/नैटको फार्मा लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसने कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिये मोलनुपिराविर कैप्सूलों के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी के लिये केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीबीएससीओ) में आवेदन किया है। अमेरिका की प्रमुख दवा कंपनी मेरेक ने रिजबैक बायो थेराप्यूटिक्स के साथ मिलकर मोलनुपिराविर (एमके-4482) को विकसित किया है।

सार्स-कोव-2 प्रतिकृति के अत्यधिक शक्तिशाली
शहर में स्थित दवा निर्माता की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अब तक किए गए परीक्षण के आंकड़ों से पता चलता है कि मोलनुपिराविर में सार्स-कोव-2 प्रतिकृति के अत्यधिक शक्तिशाली अवरोधकों समेत बड़े पैमाने पर इंफ्लुएंजा रोधी गतिविधि होती है।.
यह भी पढ़े –कोरोना की दूसरी लहर के लिए मद्रास HC की चुनाव आयोग को लताड़, कहा आयोग पर चले हत्या का केस
मोलपुपिराविर से इलाज में कम समय लगता है संकेत मिलते
विज्ञप्ति में कहा गया है, ” जिन रोगियों का मोलनुपिराविर से इलाज किया गया, उनपर थेरेपी के पांच दिन में ही असर दिखा, जिससे संकेत मिलते हैं कि मोलपुपिराविर से इलाज में कम समय लगता है। ”नैटको को उम्मीद है कि सीडीएससीओ जल्द ही रोगियों के लिये इस दवा के इस्तेमाल को मंजूरी दे देगा।कंपनी ने कहा कि अगर मंजूरी मिलती है तो वह इसी महीने इस दवा को उपलब्ध करा देगी।
और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है –
ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे –@khas_khabarएवं न्यूज़ पढ़ने के लिए#khas_khabarफेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज@socialkhabarliveको फॉलो कर सकते है|