Khaskhabar/इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई (ईएमयू) और यात्री ट्रेनों में रेल मंत्रालय ने क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाने के कार्यों को मंजूरी दे दी है। बता दें की ईएमयू और यात्री ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगाए जा रहे हैं। रेल मंत्रालय ने ईएमयू (EMU) और यात्री ट्रेनों सहित सभी ट्रेन के डिब्बों में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाने की मंजूरी दे दी है।

4141 कोचों में सीसीटीवी कैमरे पहले ही लगाए जा चुके
मंत्रालय द्वारा यह कदम अपराध की रोकथाम,संदिग्ध गतिविधि का पता लगाने और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रख कर लिया गया है। फिलहाल 4141 कोचों में सीसीटीवी कैमरे पहले ही लगाए जा चुके हैं।पुलिसिंग, अपराध की रोकथाम, मामलों का पंजीकरण, रेलवे परिसरों के साथ-साथ चलती ट्रेनों में उनकी जांच, कानून व्यवस्था बनाए रखना, और संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखना राज्य सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है, इसकी सुरक्षा जिम्मेदारियों का निर्वहन सरकारी रेलवे पुलिस द्वारा किया जाता है।
अपराधियों पर पैनी नजर रखने के लिए लगाए जा रहे cctv कैमरे
यात्रियों के रेलवे सफर को सुरक्षित बनाने के लिए और अपराधियों पर पैनी नजर रखने के लिए cctv कैमरे लगाए जा रहे है जिससे सरकारी रेलवे पुलिस और जिला पुलिस द्वारा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) अपराध के मामले को निष्पक्षता और सही तरीके से दर्ज कर जांच की जा सके।
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रेलवे सुरक्षा व्यवस्था द्वारा नियमित निगरानी
रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले शरारती तत्वों और रेल में अपराध करने वालों पर नकेल कसने के लिए ईएमयू (EMU) और यात्री ट्रेनों सहित सभी ट्रेन के डिब्बों में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाने का महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।आपको बता दें कि यात्रियों से संबंधित अपराध की संभावना वाले क्षेत्र और रास्ते समय-समय पर बदलते रहते हैं। जिसकी रेलवे सुरक्षा व्यवस्था द्वारा नियमित निगरानी की जाती है। बढ़ते हुए आपराधिक मामलों के नियमित विश्लेषण के आधार पर ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों/मार्गों की पहचान कर इन आपराधिक स्थानों पर नजर रखने के लिए भी प्रभावी निवारक उपाय किया गया है।