Khaskhabar/पंजाब में लोगों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाने का वादा करने वाले केजरीवाल ने प्रदूषण का हवाला देकर थर्मल प्लांट बंद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को स्वीकार नहीं किया है।

सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से थर्मल प्लांटों को बंद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका पर पंजाब की सियासत में हंगामा हो गया है। आम आदमी पार्टी को छोड़कर राज्य की सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। केजरीवाल पर नवजोत सिंह सिद्धू ने भी कड़ा हमला किया है।
राज्य में ज्यादातर बिजली आपूर्ति थर्मल प्लांटों से हो रही
भाजपा नेताओं ने कहा कि कोरोना के समय जब आक्सीजन की जरूरत थी तो केजरीवाल ने पंजाब के हिस्से की आक्सीजन भी दिल्ली में रख ली थी।चुग और पार्टी के प्रदेश महासचिव डा सुभाष शर्मा ने कहा कि राज्य में ज्यादातर बिजली आपूर्ति थर्मल प्लांटों से हो रही है और लोग पहले ही बिजली संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर राज्य के थर्मल प्लांट बंद हो जाएंगे तो लोगों को बिजली कहां से मिलेगी।
अकाली दल और कांग्रेस ने केजरीवाल पर तीखे हमले किए
पंजाब के लोग दोहरे चेहरे वाले ऐसे लोगों को कभी मुंह नहीं लगाएंगे। केजरीवाल प्रदूषण का बहाना थर्मल प्लांट बंद करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी है।केजरीवाल के इस कदम पर भाजपा, शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस ने केजरीवाल पर तीखे हमले किए हैं। भाजपा के महासचिव तरुण चुग ने कहा कि अरविंद केजरीवाल थर्मल प्लांट बंद करवाकर लोगों को मुसीबत में डालना चाहते हैं।
पंजाब में किसान, उद्योग, छोटे व्यापारी, आम लोग बिजली संकट का सामना कर रहे
ऐसे में केजरीवाल का थर्मल प्लांटों को बंद करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना किसी साजिश का हिस्सा लग रहा है। आप चाहती है कि पंजाब में बिजली का संकट और गहरा जाए ताकि केजरीवाल इस मामले में राजनीति कर सकें।शिअद नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल का पंजाब विरोधी एजेंडा सामने आ गया है। पंजाब में किसान, उद्योग, छोटे व्यापारी, आम लोग बिजली संकट का सामना कर रहे हैं।
केजरीवाल ने सतलुज यमुना लिंक नहर की वकालत कर पंजाब विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाया
मजीठिया ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ऐसी राजनीति की निंदा करता है। केजरीवाल ने यह भी नहीं सोचा कि ऐसा करने से पंजाब की अर्थव्यवस्था तबाह हो जाएगी और देश के अनाज की जरूरत को भी खतरा खड़ा हो जाएगा। इससे पूर्व केजरीवाल ने सतलुज यमुना लिंक नहर की वकालत कर पंजाब विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाया था। वहीं अदालत में हलफनामा दायर कर मांग की थी पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए जाने चाहिएं। जबकि सच्चाई यह है कि आप सरकार की गलत नीतियों के कारण दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा है।
यह भी पढ़े —कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा से सभी छात्रों को जोड़ने का लक्ष्य तय,एक ही मंत्री को सौंपी जिम्मेदारी
दिल्ली की आप सरकार पंजाब के थर्मल पावर प्लांट बंद करना चाहती
वहीं अकाली दल पर महला करते हुए कहा कि प्रदेश के पूर्व अक्षय ऊर्जा मंत्री बिक्रम मजीठिया ने सौर ऊर्जा से बनने वाली बिजली को 5.97 से लेकर 17.91 रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीदने के लिए 25 साल के लिए बिजली खरीद समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भी ट्वीट कर कहा कि बिजली संकट के बीच पंजाबियों को बेबस छोड़ने के लिए दिल्ली की आप सरकार पंजाब के थर्मल पावर प्लांट बंद करना चाहती है। इससे पंजाब भीषण गर्मी में लाचार और किसान बेबस हो जाएंगे।