Khaskhabar/तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने मीडिया को “दो पैसे” का बताया था। इससे नाराज दो प्रमुख बंगाली समाचार चैनलों ने मंगलवार को मोइत्रा को बॉयकॉट कर दिया और साथ ही प्रदेश भर के पत्रकारों ने उनकी कड़ी आलोचना की।रविवार को, नादिया जिले के ग्यासपुर में एक पार्टी की बैठक में भाग लेने के दौरान मोइत्रा ने कुछ स्थानीय पत्रकारों को देखकर अपना आपा खो दिया। इसके बाद उन्होंने जो कहा वह किसी ने रिकॉर्ड कर लिया और ये सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार शाम दो प्रमुख बंगाली समाचार चैनलों का बायकॉट करते हुए उन्हें कथित तौर पर ‘दो कौड़ी’ का बताया। मोइत्रा के इस बयान की पश्चिम बंगाल की मीडिया बिरादरी ने कड़ी आलोचना करते हुए नाराजगी जताई।

सांसद ने प्रेस के लिए कहीं ये बातें
वायरल हुए वीडियो क्लिप में टीएमसी सांसद को कहते हुए सुना जा सकता है, ‘किसने इस दो कौड़ी की प्रेस को यहां बुलाया है? इन तत्वों को कार्यक्रम स्थल से हटा दें। हमारी पार्टी के कुछ सदस्य ऐसे लोगों को टीवी पर अपना चेहरा दिखाने के लिए बंद-दरवाजे की बैठकों में आमंत्रित करते हैं। यह नहीं किया जाना चाहिए।’
कोलकाता प्रेस क्लब ने कहा-माफी मांगें सांसद
प्रेस क्लब ने टीएमसी सांसद के बयान की निंदा की है और माफी की मांग की है। बंगाल भर के पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर पुराने दो पैसे के सिक्के की छवि को अपने प्रोफाइल के रूप में इस्तेमाल किया। उनमें से कई ने टीएमसी के खिलाफ तीखे पोस्ट भी लिखे।
कोलकाता प्रेस क्लब ने बयान जारी कर मोइत्रा की टिप्पणियों को निंदनीय बताया और कहा कि उन्हें अपनी टिप्पणियां वापस लेनी चाहिए तथा माफी मांगनी चाहिए। बयान में कहा गया है कि उनका यह कथन निस्संदेह अनुचित और अपमानजनक है, क्योंकि लोकतंत्र में एक पत्रकार का महत्व और उसके पेशे के प्रति सम्मान सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त है।
इसमें कहा गया है कि एक पत्रकार का अपने पेशे और उसकी सामाजिक जिम्मेदारी के लिए लड़ाई और संघर्ष सभी को पता है। किसी को भी किसी मीडियाकर्मी का अपमान करने का अधिकार नहीं है, हम सांसद की टिप्पणी की निंदा करते हैं और आशा व्यक्त करते हैं कि वह इसे तुरंत वापस लेंगी तथा माफी मांगेंगी।
मोइत्रा ने मांगी माफी
मोइत्रा ने इस संबंध में ट्विटर पर एक तरफा माफी मांगी और दो पैसे की तस्वीर वाला एक मीम ट्वीट किया और कहा, ‘मैंने जो चुभने वाली बातें कही हैं, उसके लिए मैं माफी मांगता हूं। मेरे संपादन कौशल में सुधार हो रहा है।’ वहीं, इसके बाद टीएमसी सांसद की अधिक आलोचना की गई। दूसरी तरफ, टीएमसी के नेतृत्व में उनके इस बयान से दूरी बना ली है।
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शिक्षा मंत्री और टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि उनकी पार्टी मीडिया का सम्मान करती है। उधर, सोमवार को एक ऑनलाइन पत्रिका ने यह भी बताया कि कोलकाता प्रेस क्लब के सदस्यों के मानकों में अचानक गिरावट आई है। मोइत्रा ने भी ट्विटर पर इस रिपोर्ट को साझा किया है।
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