Khaskhabar/आने वाले 10 वर्षो में देश में बुजुर्गो की आबादी भले ही बढ़कर दोगुनी हो जाएगी, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी सुविधाओं में कोई कमी नहीं होगी। केंद्र सरकार ने बुजुर्गो की तेजी से बढ़ती आबादी को देखते हुए अभी से उनसे जुड़ी जरूरी सुविधाओं को विस्तार देने का काम शुरू कर दिया है। इसमें वर्ष 2030 तक सभी सरकारी अस्पतालों में बुजुर्गो के बेहतर उपचार के लिए स्पेशल मेडिकल वार्ड की स्थापना करना और सभी जिलों में कम से कम एक ओल्ड एज होम खोलने का प्रस्ताव शामिल है।

अधिकारिता मंत्रालय ने इसी लिहाज से इनसे जुड़ी सुविधाओं को विस्तार देने की योजना
मौजूदा समय में देश में वरिष्ठ नागरिकों की आबादी करीब 11 करोड़ है और वर्ष 2030 तक यह बढ़कर करीब 23 करोड़ पहुंचने का अनुमान है।सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने इसी लिहाज से इनसे जुड़ी सुविधाओं को विस्तार देने की योजना बनाई है। इनमें सबसे ज्यादा फोकस उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा, आवास और पोषण पर है।
मिड-डे मील की तर्ज पर दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया
वैसे भी वृद्धावस्था में मुख्य रूप से यही चुनौतियां रहती हैं।सरकार ने अपनी इन पहलों में बुजुर्गो के पोषण की जो योजना बनाई है, उसमें ऐसे सभी बुजुर्गो को मिड-डे मील की तर्ज पर दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, जो अकेले और बेसहारा हैं। जिनके घरों में उनकी देखभाल के लिए कोई नहीं है।
एक अक्टूबर से देश के 22 प्रमुख राज्यों में काम करने लगेगी
बुजुर्गो को किसी भी तरह की तकलीफ से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने उनके लिए राष्ट्रीय स्तर की एक टोल फ्री सेवा भी शुरू की है जो एक अक्टूबर से देश के 22 प्रमुख राज्यों में काम करने लगेगी। अभी यह सेवा देश के करीब 10 राज्यों में ही काम कर रही है। इसमें कोई भी बुजुर्ग अपनी किसी समस्या को लेकर टोल फ्री नंबर 14567 पर सीधे काल कर सकता है। इनमें पुलिस और पेंशन आदि की समस्याएं भी शामिल होंगी।
बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर उनके लिए अलग से प्रतीक्षालय बनाने का भी प्रस्ताव
इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद ली जा रही है। इसके साथ ही बस और ट्रेन में उनके लिए आरक्षित सीटों की संख्या में बढ़ोतरी सहित बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर उनके लिए अलग से प्रतीक्षालय बनाने का भी प्रस्ताव है। बुजुर्गो से जुड़ी सुविधाओं को जुटाने के लिए सरकार सीनियर सिटीजन वेलफेयर फंड से राशि खर्च करेगी। इसमें मौजूदा समय में करीब 82 हजार करोड़ रुपये हैं। यह बैंकों और बीमा कंपनियों की अनक्लेम राशि होती है।
यह भी पढ़े —गुलाब के बाद एक और चक्रवाती तूफान शाहीन की आशंका,महाराष्ट्र और गुजरात पर मंडराया खतरा
पुलिस थाने और ब्लाक में बुजुर्गो की मदद के लिए एक नोडल आफिसर तैनात
बुजुर्गो से जुडी शिकायतों का निपटारा करने के लिए भी केंद्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत जो योजना बनाई गई है, उनमें प्रत्येक पुलिस थाने और ब्लाक में बुजुर्गो की मदद के लिए एक नोडल आफिसर तैनात रहेगा जो उनसे जुड़ी शिकायतों को सुनेंगे और उन्हें जरूरी मदद भी पहुंचाएंगे।