Khaskhabar/राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर (सीईओ) और कोविन प्लेटफार्म के कामकाज के प्रमुख डा. आरएस शर्मा ने कहा है कि कोरोना टीके की अतिरिक्त (प्रीकाशन) डोज लगवाने के लिए 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को अपनी गंभीर बीमारी (कोमोर्बिडिटीज) का प्रमाणपत्र दिखाना होगा।

गंभीर बीमारी का प्रमाणपत्र लेकर तीसरी डोज लगवाने जा सकते हैं या उसे अपलोड भी कर सकते हैं
डा. शर्मा ने बताया कि टीके की अतिरिक्त डोज लगवाने के लिए इस प्रमाणपत्र के अलावा बाकी प्रक्रिया पहले की तरह है। कोविन एप में सभी विवरण हैं। जो लोग दो डोज लगवा चुके हैं, वे अपनी गंभीर बीमारी का प्रमाणपत्र लेकर तीसरी डोज लगवाने जा सकते हैं या उसे अपलोड भी कर सकते हैं।
गंभीर बीमारियों से पीडि़त 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके लगाए
उन्होंने कहा कि इस प्रमाणपत्र पर किसी भी पंजीकृत चिकित्सक के हस्ताक्षर होने चाहिए। डा. शर्मा ने आगे कहा कि जब गंभीर बीमारियों से पीडि़त 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके लगाए जा रहे थे तो जिन बीमारियों को प्रकाशित किया गया था, उन्हीं बीमारियों के लिए अब प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी।
श्वसन प्रणाली की संलिप्ता के साथ एसिड अटैक
इसमें 20 गंभीर बीमारियां शामिल हैं जिनमें डायबिटीज, किडनी डिजीज या डायलिसिस, कार्डियोवस्कुलर डिजीज, स्टेमसेल ट्रांसप्लांट, कैंसर, सिरोसिस, सिकल सेल डिजीज, स्टेरायड या इम्युनोसप्रेसेंट का लंबे समय से इस्तेमाल, मस्क्यूलर डिस्ट्राफी/ श्वसन प्रणाली की संलिप्ता के साथ एसिड अटैक/ अधिक मदद की जरूरत वाले दिव्यांग/ सुनने-देखने में असमर्थ समेत कई अक्षमताओं वाले दिव्यांग और पिछले दो साल में गंभीर श्वसन संबंधी बीमारी जिसमें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी हो आदि शामिल हैं।
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10 जनवरी से टीके की अतिरिक्त डोज लगाने का एलान किया
अतिरिक्त टीका लगवाने वाले लाभार्थियों को इसका प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार रात राष्ट्र के नाम संबोधन में गंभीर बीमारियों से पीड़ित 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 10 जनवरी से टीके की अतिरिक्त डोज लगाने का एलान किया था।