Khaskhabar/नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ ग्रहण कर ली हैं. उन्हें सीजेआई एन वी रमन्ना ने शपथ दिलाई. अब उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण करने के बाद संबोधन भी दिया.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधन को ‘जोहार’ शब्द से शुरू किया.

झारखंड की राज्यपाल रह चुकी द्रौपदी मुर्मू ने संबोधन की शुरुआत जोहार, नमस्कार से की
संबोधन में उन्होंने नागरिकों की आशा-आकांक्षा और अधिकारों की प्रतीक पवित्र संसद से सभी देशवासियों का अभिनंदन किया. उन्होंने कहा कि आपकी आत्मीयता, विश्वास और आपका सहयोग, मेरे लिए इस नए दायित्व को निभाने में मेरी बहुत बड़ी ताकत होंगे.झारखंड की राज्यपाल रह चुकी द्रौपदी मुर्मू ने संबोधन की शुरुआत जोहार, नमस्कार से की है.
जोहार शब्द का इस्तेमाल आम बोलचाल में नमस्कार शब्द की तरह किया जाता है
साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में भगवान बिरसा और संताल विद्रोह का भी जिक्र किया. आदिवासी समाज में जोहार शब्द काफी महत्वपूर्ण होता है. जोहार शब्द का इस्तेमाल आम बोलचाल में नमस्कार शब्द की तरह किया जाता है. आदिवासियों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाला जोहार शब्द ऑस्ट्रो-एशियन भाषा परिवार से ताल्लुक रखता है.
आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खास तरह की साड़ी में शपथ ली
देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खास तरह की साड़ी में शपथ ली है. उन्होंने जिस साड़ी को पहन कर शपथ ग्रहण किया, उसे पारंपरिक संताली साड़ी कहा जाता है. यह साड़ी उनकी भाभी सुकरी टुडू लेकर दिल्ली गयी हुई थी. इस साड़ी को पूर्वी संताल समुदाय की महिलाओं द्वारा पहना जाता है.
एनवी रमण ने मुर्मू को देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में सोमवार को शपथ कराई
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजघाट स्थित महात्मा गांधी के स्मारक पर सोमवार सुबह पुष्पांजलि अर्पित की. प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण ने संसद भवन के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में मुर्मू को देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में सोमवार को शपथ कराई.
यह भी पढ़े —Underwater City: समंदर के अंदर शहर, 5000 लोगों का आवास… जानिए कहां चल रही तैयारी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 21 तोपों की सलामी
शपथ ग्रहण के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गई और फिर इसके बाद उन्होंने संबोधित किया.द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने संदेश में कहा कि एक आदिवासी महिला का राष्ट्रपति जैसे पद पर पहुंचना भारतीय लोकतंत्र की मजबूती का प्रमाण है. मुर्मू का निर्वाचन इस बात का प्रमाण है कि जन्म नहीं, व्यक्ति के प्रयास उसकी नियति तय करते हैं.
और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है –
ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है |