Khaskhabar/Corona Pandemic की वजह से इस साल सारे त्योहार सिर्फ रस्म भर रह गए हैं। कोरोना संकट की वजह से दशहरे के दिन होने वाले रावण दहन (Ravan Dahan) का मजा कम न हो, इसलिए यूपी (UP) के वाराणसी के बच्चों ने स्मार्ट रावण (Smart Ravan) बनाया है। बच्चों ने सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करने के लिए इस साल मोबाइल (Mobile) से रावण दहन करने का प्लान बनाया है। नए तरीके में बिल्कुल भी भीड़ नहीं होगी, लेकिन रावण दहन का आनंद और उल्लास पहले वाला ही होगा।

वाराणसी (Varanasi) के कुछ बच्चों ने रावण दहन के लिए एक डिवाइस (Device) बनाई है, जिसमें जय श्री राम के टाइप करते ही कमांड मिलेगी, और यह डिवाइस काम करना शुरू कर देगी।
सिर्फ ‘जय श्री राम’ कमांड से जलेगा रावण

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वारणसी के एक युवा वैज्ञानिक श्याम चौरसिया के निर्देशन में बच्चों ने स्मार्ट रावण बनाया है, जिसे सोशल मीडिया के माध्यम से सिर्फ जय श्री राम की कमांड देने से ही जलाया जा सकेगा। श्याम चौरसिया ने न्यूज एजेंसी से कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए उन्होंने छोटे बच्चों के साथ मिलकर एक स्मार्ट रावण बनाया है, जिसमें एक सर्किट सोशल मीडिया के जरिए रावण के पुतले में लगाया है, जिसे मोबाइल से जोड़ा जाएगा, उन्होंने कहा कि मोबाइल में जय श्री राम की कमांड डालते ही रावण में लगा सर्किट काम करने लगेगा , और वहां पर लगी तिल्ली से पुतला जलने लगेगा।
Corona Pandemic:रावण दहन में होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
उन्होंने बताया कि जिस तरह से हम बधाई संदेश भेजते हैं, ठीक उसी तरह से यह काम करेगा, इससे सोशल डिस्टेंसिंग का अच्छे से पालन भी किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल इसे छोटे बच्चों के लिए 2-3 फिट के पुतले में बनाया गया है, बडे़ पुतले को भी इसी तरह फूंका जा सकता है।
यह भी पढ़े—विजयादशमी को निकलेगा शीतकाल में भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद करने का मुहूर्त
रावण बनाने वाले शौर्य यादव ने बताया कि स्मार्ट रावण बनाने में 1 हफ्ते का समय लगा, इसे व्हाट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टा के माध्यम से जलाया जा सकता है। स्मार्ट रावण को बनाने के लिए एक पुराने एंड्रायड फोन, 9 वोल्ट की बैट्री, एलइडी लाइट, हीटिंग प्लेट का इस्तेमाल किया गया है. इसे बनाने में करीब 2200 रुपए का खर्च आया।
स्मार्ट रावण बनाने में सहयोगी रहे अभय शर्मा ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए यह एक शानदार कदम है. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों की यह एक नई प्रकार की कला है, इससे कोरोना के सारे प्रोटोकॉल का पालन आराम से किया जा सकेगा।
और ज्यादा खबरे पढ़ने और जाने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है –
ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे –@khas_khabarएवं न्यूज़ पढ़ने के लिए#khas_khabarफेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज@socialkhabarliveको फॉलो कर सकते है |