Khaskhabar/कोरोना के बीच म्यूकर माइकोसिस यानी ब्लैक फंगस खतरनाक होता जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत 15 राज्यों में ही अब तक ब्लैक फंगस के 9,320 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं 235 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 5000 हजार मामले तो अकेले गुजरात में ही सामने आए हैं। लेकिन इस संक्रमण के चलते कुछ मरीजों की आंख तक निकालनी पड़ रही है।

अब तक 11 राज्यों में ब्लैक फंगस महामारी घोषित
ब्लैक फंगस को हरियाणा ने सबसे पहले महामारी घोषित किया था। उसके बाद राजस्थान ने भी इस संक्रमण को महामारी एक्ट में शामिल कर लिया। फिर केंद्र सरकार ने भी सभी राज्यों के कहा कि ब्लैक फंगस को पेन्डेमिक एक्ट के तहत नोटिफाई किया जाए। इसके बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक, तेलांगना और तमिलनाडु भी ब्लैक संक्रमण को महामारी घोषित कर चुके हैं।
देश में अब तक ब्लैक फंगस के 8848 मामले सामने आए
हालांकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में अब तक ब्लैक फंगस के 8848 मामले सामने आए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में ब्लैक फंगस के 2281 और महाराष्ट्र में 2000 केस आ चुके हैं। राजस्थान में 700 और मध्य प्रदेश में 720 मामले बताए जा रहे हैं। वहीं दिल्ली में 197, हरियाणा में 250, कर्नाटक में 500, तेलांगना में 350 और आंध्रप्रदेश में 910 केस आने की जानकारी है।
एक्सपर्ट की सलाह- ब्लैक फंगस से बचने के लिए डायबिटीड कंट्रोल में रखें
हालांकि, यह संक्रमण शुगर के मरीजों में ज्यादा देखा जा रहा है। इसी को लेकर दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन ने शुक्रवार को कई अहम जानकारियां दीं।
अहमदाबाद में पहली बार 15 साल के किशोर को ब्लैग फंगस हुआ
अहमदाबाद में कोरोना से उबरे 15 साल के किशोर में ब्लैक फंगस का संक्रमण मिला है। उसका ऑपरेशन करना पड़ा। 4 घंटे चले ऑपरेशन के बाद किशोर संक्रमण मुक्त हो गया। डॉ. अभिषेक बंसल ने बताया कि राज्य में किसी किशोर में म्यूकर माइकोसिस का यह पहला केस है। ऑपरेशन से उसके तालू और साइड के दांत निकालने पड़े।
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डॉक्टर्स की सलाह पर ही स्टेरॉयड दिया जाना चाहिए
मरीजों को डॉक्टर्स की सलाह पर ही स्टेरॉयड दिया जाना चाहिए। साथ ही स्टेरॉयड की हल्की और मीडियम डोज ही देनी चाहिए। अगर कोई लंबे समय से स्टेरॉयड ले रहा है, तो डायबिटीज जैसी समस्या आ सकती है। ऐसे में फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
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