Khaskhabar/आस्ट्रेलिया के एक खोजी अखबार ने बुधवार को दावा कि 2020 में गलवन घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में चीन को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था। उसके कई सैनिक रात के अंधेरे में तेज बहती नदी को पार करते समय डूब गए थे।

चीनी ब्लागर के निष्कर्षो का हवाला दिया
चीन ने पांच सैन्य अधिकारियों और सैनिकों के मारे जाने की बात कही थी।क्लैक्सन नामक अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कई गुमनाम शोधकर्ताओं और चीनी ब्लागर के निष्कर्षो का हवाला दिया है। अखबार ने कहा कि शोधकर्ताओं और ब्लागर ने सुरक्षा कारणों से अपना नाम बताने से इन्कार कर दिया, लेकिन उनके निष्कर्ष इस पूरे मामले पर नई रोशनी डालते हैं।
भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे और कई चीनी सैनिक भी मारे गए
पूर्वी लद्दाख के गलवन घाटी में 15 जून, 2020 को भारतीय और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे और कई चीनी सैनिक भी मारे गए थे। चीन ने पहले तो किसी भी तरह के नुकसान से इन्कार किया था। बाद में उसने अपने पांच जवानों और सैनिकों के मारे जाने की बात कही थी। हालांकि, भारतीय सेना ने कहा था कि इस संघर्ष में चीन के उससे ज्यादा सैनिक मारे गए थे।
इस संघर्ष को लेकर चर्चा को रोकने के लिए भी चीन ने सख्ती की थी
आस्ट्रेलियाई अखबार ने मारे गए चीनी सैनिकों की संख्या तो नहीं बताई है, लेकिन कहा है कि उसे भारी नुकसान हुआ था। अखबार ने यह भी कहा है कि इस संघर्ष को लेकर चर्चा को रोकने के लिए भी चीन ने सख्ती की थी।मई 2022 में गलवन नदी की एक धारा पर भारतीय सैनिकों ने पुल का निर्माण किया। वहीं पीएलए, अप्रैल से पारस्परिक रूप से तय बफर जोन में बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा था।
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रक्षा के लिए 100 भारतीय सैनिक आगे आए
6 जून को 80 पीएलए सैनिक भारतीय पक्ष की ओर से बनाए गए पुल को तोड़ने आए। इसकी रक्षा के लिए 100 भारतीय सैनिक आगे आए। यह निर्णय लिया गया कि दोनों पक्ष बफर जोन को पार करने वाले सभी सैन्यकर्मियों को वापस बुलाएंगे।