Khaskhabar/संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी के सीधे मार्गदर्शन के तहत उनके गांधीनगर स्थित निवास स्थान से सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं
के लाभ के संबंध में आम नागरिकों और समाज की कतार में खड़े अंतिम व्यक्तियों
से वास्तविक प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए सीएम डैशबोर्ड-जनसंवाद केंद्र शुरू
किया गया है।

18 हजार से अधिक शहरी और ग्रामीण आम नागरिकों के साथ सीधा संवाद
मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र फीडबैक मैकेनिज्म का उत्तम मॉडल है।इस जनसंवाद केंद्र के माध्यम से पिछले 11 महीनों के दौरान रिकॉर्ड संख्या में दो लाख से अधिक यानी प्रतिमाह 18 हजार से अधिक शहरी और ग्रामीण आम नागरिकों के साथ सीधा संवाद कर उनसे सरकार की विभिन्न कल्याण योजनाओं के लाभ के संबंध में वास्तविक प्रतिक्रिया हासिल की गई है।
प्राप्त सरकारी सेवाओं के उनके अनुभव के बारे में सही जानकारी हासिल की
गुजरात में कोरोना काल के दौरान विभिन्न सरकारी हॉस्पिटलों में कोरोना संक्रमित मरीजों को मुहैया कराए गए उपचार के संबंध में मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने जनसंवाद केंद्र के जरिए सीधा संवाद कर उन मरीजों से कुशलक्षेम पूछी और इस दौरान प्राप्त सरकारी सेवाओं के उनके अनुभव के बारे में सही जानकारी हासिल की।
जनकल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं के लाभार्थियों से फीडबैक
जनसंवाद केंद्र के माध्यम से पिछले 11 महीने के दौरान गुजरात सरकार की
100 से अधिक जनकल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं के लाभार्थियों से फीडबैक
हासिल किया गया। जिसमें मुख्यतः मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर पैकेज, मुख्यमंत्री
अमृतम- मा योजना, विधवा सहायता, कृषि राहत पैकेज, आई-खेड़ूत पोर्टल के
तहत किसानों से संबंधित योजनाएं, सार्वजनिक खाद्य वितरण व्यवस्था, मुख्यमंत्री
युवा स्वावलंबन योजना और समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाएं शामिल
हैं।
हॉस्पिटल में उपचार के लिए ओपीडी
इन योजनाओं के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली सेवाओं में हॉस्पिटल में उपचार के लिए ओपीडी, डिजिटल गुजरात के तहत विभिन्न सेवाएं जैसे कि आय और जाति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड संबंधित सेवाएं, आई-ओरा के तहत गैर-कृषि(एनए), औद्योगिक उद्देश्य की अनुमति, गणोतधारा के तहत प्रीमियम तथा गैर कृषि की अनुमति, ई-धरा, सिटी सर्वे का पंजीयन, ऑनलाइन डेवलपमेंट परमिशन सिस्टम (ओडीपीएस) के तहत भवन निर्माण के नक्शे की अनुमति, ई-नगर और गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम की बस सेवाओं का समावेश होता है।
15 जनमित्रों द्वारा औसतन 500 लाभार्थियों के साथ संवाद किया जाता था
उल्लेखनीय है कि जनसंवाद केंद्र में शुरुआत में प्रतिदिन 15 जनमित्रों द्वारा औसतन 500 लाभार्थियों के साथ संवाद किया जाता था, जो अब बढ़कर 1500 हो गया है। सीएम डैशबोर्ड-जनसंवाद केंद्र की विज्ञप्ति के अनुसार जनसंवाद केंद्र से संवाद करने के बाद लाभार्थियों की संतुष्टि दर करीब 80 फीसदी रही है।
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