khaskhabar/जापान के फूकूशिमा प्रांत में भयानक भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.1 दर्ज की गई. ये भूकंप 60 किलोमीटर की गहराई में आया था. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इसकी जानकारी दी. स्थानीय समयानुसार यह भूकंप शनिवार को 11:08 PM पर आया.

ताजिकिस्तान में 6.3 के भूकंप ने दस्तक
अभी जान माल के नुकसान की खबर नहीं है। लेकिन 7.1 तीव्रता वाले भूकंप को तबाही की श्रेणी में रखा जाता है। बता दें कि शुक्रवार रात करीब साढ़े 10 बजे के करीब ताजिकिस्तान में 6.3 के भूकंप ने दस्तक दी थी और उसका असर उत्तर भारत तक महसूस किया गया। दिल्ली और एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे।
जापान भी टेक्टोनिक तौर पर संवेदनशील
जानकारों का कहना है कि जापान आमतौर पर छोटे छोटे भूकंप का सामना करता रहता है। लेकिन 7 तीव्रता के भूकंप से खतरा बढ़ जाता है खास तौर पर सुनामी का खतरा बढ़ जाता है। जानकार कहते हैं कि जापान भी टेक्टोनिक तौर पर संवेदनशील है। धरती के अंदर जब आवश्यकता से अधिक संचित ऊर्जा बाहर निकलती है तो वो फिशर के जरिए बाहर निकलती है और उसका असर जलजले के तौर पर नजर आता है। लेकिन पिछले 9 से 10 महीने में जिस तरह से दिल्ली और एनसीआर के इलाके में जलजला दस्तक दे रहा है वो किसी बड़े तबाही की पूर्व चेतावनी हो सकती है।
वर्तमान में सुनामी को लेकर कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है. जापान टाइम्स के मुताबिक एहतियात के तौर पर तटीय इलाकों के पास के लोगों को ऊंची स्थानों पर जाने की सलाह दे दी गई है. ये भूकंप लगभग उसी जगह पर आया है जहां 11 मार्च 2011 को विनाशकारी तोहोकू भूकंप आया था बल्कि इसे एक ‘Late Aftershock’ के रूप में देखा जाना चाहिए.
भूकंप सुनामी को ट्रिगर कर सकते
U.S. Tsunami Warning System के अनुसार सेंदई, फुकुशिमा प्रांत में शनिवार को आए भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है. इस तरह के भूकंप सुनामी को ट्रिगर कर सकते हैं. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि समुद्र के स्तर में मामूली बदलाव हुआ है लेकिन सुनामी की उम्मीद नहीं है.
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