Khaskhabar/‘किसान सूर्योदय योजना’:राज्य के किसानों के लिए मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण निर्णय,प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आगामी 24 अक्टूबर को जूनागढ़ से करेंगे योजना का ई-शुभारंभ.
- राज्य के 17.25 लाख किसानों को मिलेगा लाभः जरूरी ढांचागत नेटवर्क स्थापित करने के लिए वर्ष 2020-21 के बजट में आगामी तीन के लिए 3500 करोड़ रुपए का प्रावधान
- किसानों की मांग का हुआ सुखद निराकरण
- पहले चरण में दाहोद, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ जिले के 1,055 गांवों को कवर किया जाएगा
- आगामी समय में नई ट्रांसमिशन लाइन के अलावा 11 नए सबस्टेशन बनाए जाएंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आगामी 24 अक्टूबर को किसानों के लिए महत्वाकांक्षी ‘किसान सूर्योदय योजना’ का ई-शुभारंभ जूनागढ़ से कराएंगे। इस योजना के अंतर्गत राज्य के 17.25 लाख किसानों को कवर किया जाएगा। ऊर्जा मंत्री श्री सौरभभाई पटेल ने यह जानकारी दी है।
ऊर्जा मंत्री श्री सौरभभाई पटेल ने कहा
ऊर्जा मंत्री श्री सौरभभाई पटेल ने कहा है कि किसानों के हित को समर्पित राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र से संबंधित कई निर्णय किए हैं। इसके तहत किसानों को दिन के दौरान बिजली आपूर्ति करने की मंशा अब परिपूर्ण होगी। किसान सूर्योदय योजना के तहत किसानों को दिन के दौरान बिजली आपूर्ति करने का राज्य सरकार ने निर्णय किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने किसानों की बरसों पुरानी इस मांग को अब पूरा किया है।
बिजली मिलने से किसानों का खेत उत्पादन बढ़ेगा
दिन के दौरान बिजली मिलने से किसानों का खेत उत्पादन बढ़ेगा साथ ही बिजली की बचत भी होगी। राज्य में फिलहाल 153 समूह बनाए गए हैं जिसमें से आधे को दिन में और आधे समूह को रात के दौरान बिजली आपूर्ति की जाती है। अब इस योजना के क्रियान्वित होने से किसानों को सुबह 5.00 बजे से रात्रि के 9.00 बजे के दौरान बिजली आपूर्ति का निर्णय किया है।

1 लाख मेगावाट सौर ऊर्जा तथा 75 गीगावाट यानी 75,000 मेगावाट पवन ऊर्जा का उत्पादन
श्री पटेल ने कहा कि भारत सरकार की ओर से वर्ष 2022 के आखिर तक 175 गीगावाट गैर परंपरागत ऊर्जा की स्थापित क्षमता का लक्ष्य तय किया गया है, जिसमें 100 गीगावाट यानी 1 लाख मेगावाट सौर ऊर्जा तथा 75 गीगावाट यानी 75,000 मेगावाट पवन ऊर्जा का उत्पादन शामिल है। राज्य सरकार की ओर से गैर परंपरागत ऊर्जा (सौर एवं पवन ऊर्जा) के उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए नीतियो की घोषणा की गई है। गुजरात भारत के पश्चिमी किनारे पर स्थित होने से भौगोलिक दृष्टि से गैर परंपरागत ऊर्जा विशेषकर पवन और सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए काफी अनुकूल जगह है। राज्य की वर्तमान सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता 3,128 मेगावाट है जिसे आगामी वर्षों में 10,750 मेगावाट तक ले जाने की योजना है।
153 समूहों में बांटकर 11केवी के 8,400 से अधिक कृषि फीडरों के जरिए बिजली आपूर्ति
उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा केवल दिन कै दौरान ही उपलब्ध होती है। आने वाले समय में सौर ऊर्जा की उत्पादन क्षमता बढ़ने से दिन के दौरान ऊर्जा की उपलब्धता भी बढ़ेगी। राज्य में वर्तमान में 17.25 लाख से अधिक कृषि बिजली उपभोक्ता हैं जिन्हें 153 समूहों में बांटकर 11केवी के 8,400 से अधिक कृषि फीडरों के जरिए बिजली आपूर्ति की जा रही है। इन समूहों को दिन के 24 घंटों के दौरान अधिकतम 8 घंटे थ्री फेज बिजली आपूर्ति और 24 घंटे सिंगल फेज बिजली आपूर्ति की जाती है। इन समूहों को इस तरह रोटेट किया जाता है कि प्रत्येक समूह को एक सप्ताह के लिए दिन की अवधि में और उसके बाद के सप्ताह में रात्रि के दौरान और बाद के दो सप्ताहों में आंशिक दिन और आंशिक रात के घंटों के दौरान बिजली आपूर्ति की जाती है।
बिजली आपूर्ति से किसानों को जीव-जंतु और हिंसक जंगली जानवरों के भय
दरअसल रात्रि के दौरान बिजली आपूर्ति से किसानों को जीव-जंतु और हिंसक जंगली जानवरों के भय के अलावा और भी कई दिक्कतें होती हैं। इसलिए पिछले कुछ वर्ष से किसान दिन के दौरान बिजली आपूर्ति की मांग कर रहे थे, जो आज पूरी हुई है।ऊर्जा मंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार ने एक नवीन दृष्टिकोण अपनाते हुए किसानों को दिन के दौरान बिजली आपूर्ति कर उनकी मुश्किलों को दूर करने के लिए किसान सूर्योदय योजना लागू करने की घोषणा की है। किसानों को दिन के दौरान बिजली आपूर्ति करने के चुनौतीपूर्ण कार्य को तीन वर्ष में पूर्ण करने के लिए राज्य सरकार ने दृढ़ संकल्प किया है।
आगामी तीन वर्ष के लिए 3,500 करोड़ रुपए का प्रावधान
इसके लिए जरूरी ढांचागत नेटवर्क स्थापित करने के लिए वर्ष 2020-21 के बजट में आगामी तीन वर्ष के लिए 3,500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।श्री पटेल ने कहा कि किसानों को दिन के दौरान बिजली आपूर्ति करने के लिए आगामी समय में 520 करोड़ रुपए की लागत से 11 नए 220 केवी सबस्टेशन और 2,444.94 करोड़ रुपए की लागत से 254 नई 220/132 और 66 केवी लाइन खड़ी की जाएगी।ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पहले चरण में दाहोद, जूनागढ़ औह गिर सोमनाथ जिले के 1,055 गांवों को कवर किया गया है और धीरे-धीरे राज्य के सभी किसानों का इस योजना के तहत समावेश कर दिन के दौरान कृषि बिजली मुहैया कराने की हमारी योजना है।
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