Khaskhabar/औरैया के खानपुर स्तिथ देवकली मंदिर शिव भक्तों के बिच काफी लोकप्रिय है। दूर-दूर से लोग अक्सर यहाँ शिव के दर्शन के लिए आया करते है।यह औरैया के प्रसिद्ध स्थानों में से एक माना है। सावन के महीने में यहाँ हजारों की भीड़ रहा करती है। काफी समय से कोरोना महामारी के चलते इस साल सावन की रौनक कही गुम सी रही।
मंदिर का इतिहास
जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर व शहर से 3 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण दिशा में द्वापर युग का भोले शंकर का देवकली मंदिर है। सबसे अहम बात ये है कि मंदिर शिवलिंग स्वयं प्रकट हुआ। जगदगुरु शंकराचार्य के शिष्य मंदिर के महंत स्वामी श्रीश्री 1008 बच्ची लाल जी महाराज बताते है कि ये मंदिर द्वापर का मंदिर है।
मंदिर परसर में 5 लोग कोरोना संक्रमित पाए
जून में अनलॉक 1 के बाद से मिली छूट के बाद से मंदिर के कपाट को पुनः खोला गया।
जिसके बाद से मंदिर परसर में काफी सतर्कता बरती जा रही थी।इतनी ऐतियात के बाद भी पिछले माह ही मंदिर परसर में 5 लोग कोरोना संक्रमित पाए जाये थे। जिसके बाद मंदिर परिसर को 14 दिन के लिए सील कर दिया गया था।
हलाकि अच्छी बात यह थी की उस वक्त मंदिर के महंत एवं पुजारीगढ़ कोरोना से संक्रमित नहीं पाए गए। संक्रमित पाए जाने व्यक्ति बाहर से आये पुजारी थे जो उस समय मंदिर परिसर में ठहरे थे।
पिछले कुछ हफ्तों से किडनी कि बीमारी से जूझ रहे थे
लेकिन दुखद बात यह है कि पिछले कुछ हफ्तों से मंदिर के महंत बच्चीलाल जी किडनी कि बीमारी से जूझ रहे थे। हाल ही में कुछ दिन पहले उन्हें कानपूर के अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद उन्होंने आज आखरी साँस ली। किडनी फेल होने कि वजह से उनका देहांत हुआ।जिसके बाद से सभी औरैया निवासी ग़मगीन है।
यह भी पढ़े —दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब, हरियाणा के हथिनी कुंड से छोड़ा गया 5000 क्यूसेक पानी
देवकली के इतहास में कई महंत रहे,लेकिन बच्ची बाबा कि एक अलग ही छवि रही है। लोगों के बिच बाबा बहुत ही लोकप्रिय थे ,सभी लोग उन्हें बहुत प्रेम और आदर करते थे।आज भी उन्हें याद करके लोगों कि आँखें ग़मगीन हो गयी।
और ज्यादा खबरे पढ़ने और जाने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है –
ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar
फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है|